बेमतलब की बात..!!

यह चिठ्ठा 19 मार्च 2007 को यहाँ प्रकाशित किया गया था । कल जब अपना चिट्ठा लिख रहा था तब ना तो मन में ये था- जैसा कि हमारे अग्रज (?) ने कहा, “वैसे, विवादों से शुरुआत करना अपनी तरफ ध्यान आकर्षित कराने का पुराना फंडा रहा है।“ – कि मैं किसी का ध्यान अपनी… Continue reading बेमतलब की बात..!!

आचार संहिता का अनाचार

यह चिठ्ठा 16 मार्च 2007 को यहाँ प्रकाशित किया गया था। जुम्मा जुम्मा दो ही दिन तो हुए थे हमें (मुझे) हिन्दी में चिट्ठा शुरु किये कि मसिजीवी का ये चिठ्ठा पढ़ा।(जबसे इंटरनैट पर चिठ्ठा पढ़ना प्रारम्भ किया काफ़ी लोगो को खुद को “हम” पुकारते देखा। तब समझ में नहीं आया कि मैं खुद को… Continue reading आचार संहिता का अनाचार

पहली पोस्ट

यह चिठ्ठा 16 मार्च 2007 को यहाँ प्रकाशित किया गया था । बहुत दिनों से सोच रहा था कि मैं भी Blogging (चिठ्ठाकारी) प्रारम्भ करूँ पर एक तो हिन्दी लिखने का सहज साधन उपलब्ध नहीं था, दूसरा ये भी भय था कि कही हिन्दी चिठ्ठाकारी के धुरुन्धर (लिंक दिया जा सकता था पर दे नही… Continue reading पहली पोस्ट