कà¤à¥€ अपने बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— या बॉस या अपने से अधिक बदमाश आदमी को सही रासà¥à¤¤à¤¾ बताने की कोशिश न करना। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ग़लत राह पर देखो तो तीन जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ बंदरों की तरह अंधे, बहरे और गूंगे बन जाओ!
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नेकचलनी का साइनबोरà¥à¤¡
समठमें न आया कि नेकचलनी का कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¬à¥‚त हो सकता है, बदचलनी का अलबतà¥à¤¤à¤¾ हो सकता है। उदाहरण के लिये चालान,मà¥à¤šà¤²à¤•à¤¾, गिरफ़à¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€-वारंट, सजा के आदेश की नक़à¥à¤² या थाने में दस-नमà¥à¤¬à¤°à¥€ बदमाशों की लिसà¥à¤Ÿà¥¤à¤ªà¤¾à¤‚च मिनट में आदमी बदचलनी तो कर सकता है नेकचलनी का सà¥à¤¬à¥‚त नहीं दे सकता।
पास हà¥à¤† तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ के जितने पà¥à¤°à¤šà¥à¤° अवसर हमारे यहां हैं दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में कहीं और नहीं। नौकरी पेशा आदमी बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ को पà¥à¤°à¥‹à¥žà¥‡à¤¶à¤¨à¤² हेजरà¥à¤¡ समठकर सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करता है।
फ़ेल होने के फायदे
फ़ेल होने पर सिरà¥à¤« à¤à¤• दिन आदमी की बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ खराब होती है इसके बाद चैन ही चैन।
मैं पापन ऎसी जली कोयला à¤à¤ˆ न राख
जीवन की नशà¥à¤µà¤°à¤¤à¤¾ की कहानी….
कौन कैसे टूटता है ?
à¤à¤• मारà¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿