यह चिट्ठा 22 मार्च 2007 को यहाँ प्रकाशित किया गया था। ब्लॉग की दुनिया बड़ी निराली है। जब आप विवादित हों तो आपको हिट्स भी मिलती हैं और प्रतिक्रियायें भी। जब आप एक भाव पूर्ण कविता लिखो तो आप को कोई नहीं पूछता -हां गिरिराज जी प्रशंसा करते हुए नाम के आगे प्रश्न चिन्ह जरूर… Continue reading पत्रकार यूँ बने ब्लौगर !!