पहली बार उसे अपनी लड़की होने का अहसास हà¥à¤†. à¤à¤• लड़की किस हद तक मजबूर हो सकती है इस बात से मन ही मन उसे खà¥à¤¦ से घृणा होने लगी.
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मौलवी मजà¥à¤œà¤¨ से तानाशाह तक
कà¤à¥€ अपने बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— या बॉस या अपने से अधिक बदमाश आदमी को सही रासà¥à¤¤à¤¾ बताने की कोशिश न करना। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ग़लत राह पर देखो तो तीन जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ बंदरों की तरह अंधे, बहरे और गूंगे बन जाओ!
नेकचलनी का साइनबोरà¥à¤¡
समठमें न आया कि नेकचलनी का कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¬à¥‚त हो सकता है, बदचलनी का अलबतà¥à¤¤à¤¾ हो सकता है। उदाहरण के लिये चालान,मà¥à¤šà¤²à¤•à¤¾, गिरफ़à¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€-वारंट, सजा के आदेश की नक़à¥à¤² या थाने में दस-नमà¥à¤¬à¤°à¥€ बदमाशों की लिसà¥à¤Ÿà¥¤à¤ªà¤¾à¤‚च मिनट में आदमी बदचलनी तो कर सकता है नेकचलनी का सà¥à¤¬à¥‚त नहीं दे सकता।
परà¥à¤²à¥€: चिनà¥à¤¹ सामà¥à¤¯ होगा कà¥à¤¯à¤¾ ??
अरे पॠलिख के कà¥à¤¯à¤¾ बैरिसà¥à¤Ÿà¤° बनेगी. बà¥à¤¯à¤¾ तो तब à¤à¥€ होगा ना और फिर तो वही à¤à¤¨à¤ªà¤¾à¤¨, गोरà¥-बाछों का मोव निकलना, गà¥à¤ªà¤Ÿà¤¾à¤²à¥‡ पाथना, पानी सारना और घरपन के सारे काम, इन सब में तेरी पà¥à¤¾à¤ˆ कà¥à¤¯à¤¾ काम आयेगी रे परà¥à¤²à¥€..और अचà¥à¤›à¥‡ रिशà¥à¤¤à¥‹ के लिये मना नहीं करना चाहिये
पास हà¥à¤† तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ के जितने पà¥à¤°à¤šà¥à¤° अवसर हमारे यहां हैं दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में कहीं और नहीं। नौकरी पेशा आदमी बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ को पà¥à¤°à¥‹à¥žà¥‡à¤¶à¤¨à¤² हेजरà¥à¤¡ समठकर सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करता है।
फ़ेल होने के फायदे
फ़ेल होने पर सिरà¥à¤« à¤à¤• दिन आदमी की बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ खराब होती है इसके बाद चैन ही चैन।
परà¥à¤²à¥€….
परà¥à¤²à¥€ जो à¤à¤• आम लड़की है उसी की है यह कहानी ….
बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के देश में…..
à¤à¤¾à¤°à¤¤ विकट बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का देश है. à¤à¤• को ढूंढो हजार मिलते हैं. कमी नहीं ग़ालिब.
मैं पापन ऎसी जली कोयला à¤à¤ˆ न राख
जीवन की नशà¥à¤µà¤°à¤¤à¤¾ की कहानी….
कौन कैसे टूटता है ?
à¤à¤• मारà¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿