इस बà¥à¤²à¥‰à¤— पर कà¥à¤› à¤à¥€ लिखे हà¥à¤ à¤à¤• साल से ऊपर हो गया है। इस बीच ना जाने कितने नये बà¥à¤²à¥‰à¤— आ गये होंगे.. कितने इस बà¥à¤²à¥‰à¤—जगत से उकता कर जा चà¥à¤•à¥‡ हौंगे..लेकिन मैं ना तो उकताया हूठना ही बà¥à¤²à¥‰à¤— से बोर हà¥à¤† हूà¤à¥¤ हाअ कà¥à¤› दिनों के लिये अपने दूसरी जिमà¥à¤®à¥‡à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ में लगा हà¥à¤† हूà¤à¥¤ मà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¶à¥€ है कि इस बीच कई मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने फोन पर मà¥à¤à¥‡ फिर से बà¥à¤²à¥‰à¤— पर लिखने के लिये कहा। कई लोगों ने मेल पर या टिपà¥à¤ªà¤£à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से यही निवेदन किया। अब चà¥à¤‚कि मंदी की मार à¤à¥€ कम हो रही है और गरà¥à¤®à¥€ की à¤à¥€- हाठबà¥à¤²à¥‰à¤—-जगत की गरà¥à¤®à¥€ का मà¥à¤à¥‡ कोई अनà¥à¤¦à¤¾à¤œà¤¾ नहीं है- तो मैने सोचा है कि सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में कम से कम à¤à¤• बार तो इस बà¥à¤²à¥‰à¤— पर दरà¥à¤¶à¤¨ दे ही दूà¤à¥¤
इस बीच कà¥à¤› बà¥à¤²à¥‰à¤—ों को अनियमित पà¥à¤¤à¤¾ रहा लेकिन बà¥à¤²à¥‰à¤— पर ना लिखने से हिनà¥à¤¦à¥€ की किताबें पà¥à¤¨à¥‡ और खरीदने में कमी आयी। पिछà¥à¤²à¥€ बार जो किताबें खरीदी थी अà¤à¥€ उनमें से कई पà¥à¤¨à¥€ बाà¤à¤•à¥€ है। सोचता हूठकि à¤à¤• बार बà¥à¤²à¥‰à¤— पर लिखना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ कर दà¥à¤‚गा तो फिर से यह सिलसिला à¤à¥€ शà¥à¤°à¥ हो जायेगा।
à¤à¤• साल ना लिखने के बाबजूद मेरे बà¥à¤²à¥‰à¤— पर लोगों की आवजाही चलती रही। आà¤à¤•à¥œà¥‡ बताते है कि दो पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥‡à¤£à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ जो सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पढी गयी वह थी वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ व उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड..तो अब अधिकतर इनà¥à¤¹à¥€ पर लिखà¥à¤‚गा…लेकिन लिखना कà¥à¤¯à¤¾ पहले से निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जा सकता है..देखिये की-बोरà¥à¤¡ कà¥à¤¯à¤¾ लिखवा दे।
चलिये अà¤à¥€ इतना ही..जलà¥à¤¦à¥€ ही कà¥à¤› लिखता हूà¤..
कई बार आना हà¥à¤† है यहाठलौट-लौट कर, ..सà¥à¤µà¤¾à¤—त है दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾. अब जलà¥à¤¦à¥€ कà¥à¤› लिखिà¤.
चलो फ़िर से अचà¥à¤›à¥‡ लोग बà¥à¤²à¥‹à¤—िंग की और मà¥à¤¡à¥‡ तो वरà¥à¤¨à¤¾ यहा धमकाने वाले à¤à¤¾à¤ˆà¤¯à¥‹ ( मà¥à¤‚बई सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ˆà¤²) मवालियो व, चीलों का डेरा डल गया था.अचà¥à¤›à¥‡ बà¥à¤²à¥‹à¤—र धीरे धीरे कम होते जा रहे थे 🙂
सà¥à¤µà¤¾à¤—त। लिखें मितà¥à¤°!
सà¥à¤µà¤¾à¤—त है जी। जिंदगी में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾à¤à¤‚ तो लगी रहती हैं।
अब बने रहिअ
आपका पà¥à¤¨à¤ƒ सà¥à¤µà¤¾à¤—त है
मेरी कलम – मेरी अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿
काकेश, वाह, आइठआपका पà¥à¤¨à¤ƒ सà¥à¤µà¤¾à¤—त है। सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में à¤à¤• बार ही सही, दरà¥à¤¶à¤¨ तो दीजिà¤à¥¤ अब पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हà¥à¤à¤ हैं तो अदृषà¥à¤¯ मत होइà¤à¤—ा।
घà¥à¤˜à¥‚ती बासूती
ये तरà¥à¤£à¤¾à¤ˆ । खà¥à¤¦ को चà¥à¤•à¤¾ हà¥à¤† कà¤à¥€ न समà¤à¤¨à¤¾ । हार à¤à¥€ सकते हैं ,हार मान नहीं लेंगे। शायद फेसबà¥à¤• पर à¤à¤²à¤• मिली थी ?
पà¥à¤¨à¤ƒ सà¥à¤µà¤¾à¤—त है, आइठ.. 🙂
बà¥â€à¤²à¥‰à¤— के लिâ€à¤ समय निâ€à¤•à¤¾à¤²à¤¨à¤¾ कठिâ€à¤¨ काम है, अपनी मà¥à¤¶à¥â€à¤•à¤¿â€à¤²à¥‹à¤‚ से लड़ना फिâ€à¤° à¤à¥€ आसान है…..
🙂
काकेश जी! आप के पà¥à¤¨à¤°à¤¾à¤—मन का सà¥à¤µà¤¾à¤—तॠहै। हम कब से इंतजार कर रहे थे। खैर! इंतजार खतà¥à¤® हà¥à¤†à¥¤
आईये । सà¥â€à¤µà¤¾à¤—त है । धमाके के साथ आईठ।
आप आये बहार आयी…सॠसà¥à¤µà¤¾à¤—तम…पà¥à¤°à¤à¥…
नीरज
बाप रे बाप…..इतना लमà¥à¤¬à¤¾ अलà¥à¤ª विराम à¤à¥€ à¤à¤²à¤¾ कोई लेता है………खैर चलिअ..आये तो सही….बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ सà¥à¤µà¤¾à¤—त है आपका…..
लेखनी कà¥à¤¯à¤¾ पूरà¥à¤µà¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ विशायà¥à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤§à¤°à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को मानेगी?????? उसे मà¥à¤•à¥à¤¤ रहने दीजिये,तà¤à¥€ बलखाती इठलाती पहाडी नदी अपनी पूरी रवानी से बह पायेगी….
पिछले साल जब मैने अपना बà¥à¤²à¥‰à¤— ‘सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°â€™ शà¥à¤°à¥‚ किया था तब आपको अपने बà¥à¤²à¥‰à¤— रोल में शामिल किया था। कà¥à¤› ही दिनों बाद आप गायब हो लिà¤à¥¤ लेकिन जब आज आपका लिंक रोल ऑरà¥à¤¡à¤° में ऊपर दिखायी दिया है तो मैं सवा सौ से अधिक पोसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ ठेल चà¥à¤•à¤¾ हूà¤à¥¤ काफी लोगों से जà¥à¥œà¤¨à¤¾ हो चà¥à¤•à¤¾ है।
अब आप वापस आ ही गये हैं तो फिर चालू हो जाइà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤—त है ।
हां जी तो कहां थे हम, किसà¥à¤¸à¤¾ आगे बà¥à¤¾à¤‡à¤â€¦à¥¥à¤†à¤ª के वà¥à¤¯à¤‚ग का इंतजार है
जीवन मे सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¬ और परà¥à¤¸à¤‚ग तो चलते रहते है ……
पà¥à¤¨à¤ƒ हारà¥à¤¦à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤—त के साथ !!!!!
आशीष रैकà¥à¤µà¤¾à¤²
सà¥à¤µà¤¾à¤—त ठैरा à¤à¤² करके।
सà¥à¤µà¤¾à¤—त है आपका!
बहà¥à¤¤ बाद पधारे और हमने à¤à¥€ देखने में देरी कर दी। चलिठसबसे पहले तो सà¥à¤µà¤¾à¤—त है। आप जो à¤à¥€ लिखें हम तो पढ़ेंगे ही 🙂
Bahut lamba intejar karwaya. Ummeed hai ki fir koi nayi kahani hogi blog mai…..Paruli ka khumar abhi nahi gaya..
अजी चà¥à¤•à¥‡à¤‚ आपके दà¥à¤·à¥à¤®à¤¨ ।
Aap likhna na band karen.Aaj bahut kam aachi hindi likhne waale bachen hai.
kaakesh da apka phir se aapke hi blog par swagat hai..
apke lekh padne ko betaab hai hum sab.
à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ ,कहाठहैं आप….??
दरà¥à¤¶à¤¨ दीजियेगा…??
hi,
Friends see this and avoid things happen with you..
http://ItsConsumersTurn.in