खोया पानी-3:कनमैलिये की पिटाई

[ पहले व दूसरे अंक में आपने किबला का मजेदार परिचय पढा. जिसमें आप उनके चरित्र के बहाने उस समय की स्थितियों से भी परिचित हुए. “खोया पानी” नामक इस व्यंग्य उपन्यास में ऎसे अनेकों जुमले हैं जिनमे हास्य कूट कूट कर भरा है और व्यंग्य इतना महीन है कि समझ में आये तो मजा… Continue reading खोया पानी-3:कनमैलिये की पिटाई

ख़ोया पानी 2: चारपाई का चकल्लस

[पिछले अंक में आपने किबला का मजेदार परिचय पढा. “खोया पानी” उस व्यंग्य उपन्यास का नाम है जो पाकिस्तान के मशहूर व्यंग्यकार मुश्ताक अहमद यूसुफी की किताब आबे-गुम का हिन्दी अनुवाद है. इस पुस्तक के अनुवाद कर्ता है ‘लफ़्ज’ पत्रिका के संपादक श्री ‘तुफैल चतुर्वेदी’ जी. इस उपन्यास की टैग लाइन है “एक अद्भुत व्यंग्य… Continue reading ख़ोया पानी 2: चारपाई का चकल्लस

खोया पानी-1:क़िबला का परिचय

[“खोया पानी” यह है उस व्यंग्य उपन्यास का नाम जो पाकिस्तान के मशहूर व्यंग्यकार मुश्ताक अहमद यूसुफी की किताब आबे-गुम का हिन्दी अनुवाद है. इस पुस्तक के अनुवाद कर्ता है ‘लफ़्ज’ पत्रिका के संपादक श्री ‘तुफैल चतुर्वेदी’ जी. पुस्तक क्या है हास्य का पटाख़ा है और इतना महीन व्य़ंग्य की आपके समझ आ जाये तो… Continue reading खोया पानी-1:क़िबला का परिचय