पुरुस्कार, विवाद और राखी सावंत

कोई पुरुस्कार दिया जाय और विवाद ना हो ये तो ऎसा ही हुआ कि एकता कपूर का सीरियल हो और दो तीन लव अफेयर ना हों..या फिर कहीं राखी सावंत हो और ड्रामा ना हो. वैसे राखी सावंत से याद आया ..सुना है ड्रामा आइटम क्वीन आजकल बहुत से पुरुस्कार से वंचित लोगों की आदर्श… Continue reading पुरुस्कार, विवाद और राखी सावंत

इसको देखो ..बड़ा तेज है भई…

प्रभु कई दिनों से गायब थे. उनके गायब होने से तरह तरह की अटकलों का बाजार गर्म था. कोई कहता प्रभु संजीवनी बूटी खाने लाने गये हैं. कोई कहता कि मंहगाई का जमाना है. प्रभु को भी दुनिया चलानी है शायद अतिरिक्त कमाई का जुगाड़ बैठा रहे होंगे.कोई कहता लॉग ड्राइव पर निकल गये होंगे.जितने… Continue reading इसको देखो ..बड़ा तेज है भई…

दुखिया दास कबीर है

दुखी होना आपकी सामाजिक चेतना का लक्षण है. अवसरवादी के लिये दुख लाभ प्राप्ति का मार्ग है.आप अपनी सुविधानुसार दुखी हो सकते हैं.यदि आपके पास एक अदद नौकरी है तो इस बात पर दुखी होइये कि आपका बॉस आपको बहुत परेशान करता है.सुबह से शाम तक आपको एक कोल्हू के बैल की तरह काम करना… Continue reading दुखिया दास कबीर है

दुखी होने के फायदे

कल एक महान विचारक की पुरानी डायरी हाथ लग गयी. यह सोच के डायरी खोली कि शायद उसमें किसी घोटाले की चर्चा होगी लेकिन उसमें तो महान चिंतन के अद्भुत सूत्र थे.प्रस्तुत हैं उसी डायरी के कुछ अंश.. दुखी होना मेरी मजबूरी ही नहीं मेरा पेशा भी है. मैं अक्सर अपनी सुविधानुसार दुखी हो जाता… Continue reading दुखी होने के फायदे

धीरे धीरे ठंड बढ़ने लगी है

धीरे धीरे ठंड बढ़ने लगी है. देश के खाये पिये लोग खुश हैं.वे ठंड का इंतजार करते हैं. ठंड उन्हे अच्छे कपड़े पहनने का अवसर देती है. ठंड में आपकी पाचन क्षमता बढ़ जाती है तो कुछ लोग इसी को और अधिक खाने का अवसर बना लेते हैं.वैसे खाने वाले लोग किसी भी मौसम में… Continue reading धीरे धीरे ठंड बढ़ने लगी है

लौट के सैंया घर को आये…

(आज फिर से व्यंग्य लिख रहा हूँ.मधुशाला की दुकान कोई खास चल नहीं रही.इससे पहले कि बाकि बचे ग्राहक भी लौट कर चले जायें और हमें दुकान समेटनी पड़े हमने सोचा कि चलो फिर से अपनी ऑकात पे आ ही जाते हैं.) बच्चू सिंह जो कल तक मुँह उठाये घूम रहे थे आज मुँह छुपाये… Continue reading लौट के सैंया घर को आये…

एक व्यंग्य पुस्तक का विमोचन

पिछ्ले दिनों एक कार्यक्रम में जाना हुआ. वो कार्यक्रम एक किताब के विमोचन के अवसर पर रखा गया था. किताब चुंकि व्यंग्य संग्रह थी इसलिये तमाम व्यंग्यकारों को भी दावत दी गयी थी.दावत दी गयी थी मैने इसलिये लिखा कि छपे हुए निमंत्रण पत्र में नीचे हाथ से लिखा था कि कार्यक्रम के बाद आप… Continue reading एक व्यंग्य पुस्तक का विमोचन

एक ग्रेट फादर का बर्थडे…

हाय…! हाय…!! कैसी हो ? आइ एम फाइन…अच्छी हूँ…. सो यू आर कमिंग ना…? हाँ प्लान तो कर रही हूँ..बट तुमने बताया नहीं कि आज हॉलीडे क्यों है…? अरे सम फादर ..गॉडफादर का बर्थडे है… ओ…तुम्हारे फादर का बर्थडे है…!! अरे नहीं यार देश के फादर का बर्थडे है.. देश के फादर ..व्हाट डू यू… Continue reading एक ग्रेट फादर का बर्थडे…

सपना मेरा मनी मनी !!

मुन्नू को आज फिर डांट पड़ी.उसे ये डांट रोज ही पड़ती है जब भी वो क्रिकेट खेल के घर आता है.उसके पापा कहते कि उसे क्रिकेट पर ध्यान ना देकर पढ़ाई पर  ध्यान देना चाहिये. वो युवराज सिंह की तरह बनना चाहता है पर उसके पापा उसे कुछ और ही बनाना चाहते हैं. आज फिर… Continue reading सपना मेरा मनी मनी !!

एस.एम.एस.प्यार ( SMS Love)

सारा जमाना एस.एम.एस का है. “इंडियन आइडल” में एस.एम.एस. से सात करोड़ से भी ज्यादा वोट पड़े.लोग बोल रहे हैं इंडियन सही में आइडल बैठे हैं. वेल्ले बैठे हैं ..काम धाम है नहीं इसलिये मार एस.एम.एस पर एस.एम.एस  कर रहे हैं. लेकिन इन लोगों को ये नहीं मालूम जब एस.एम.एस नहीं था तब भी हम… Continue reading एस.एम.एस.प्यार ( SMS Love)